कभी- कभी निकल जाती हूं छांव की तलाश में,दूर । कभी- कभी निकल जाती हूं छांव की तलाश में,दूर ।
ले गई खिड़कियां। ले गई खिड़कियां।
कहीं चले जाओ आप, बस दिल का साफ होना जरूरी है दिल में ही तो है इंसानियत, जो हमारी रूह कहीं चले जाओ आप, बस दिल का साफ होना जरूरी है दिल में ही तो है इंसानियत, ...
कहीं ये तुम्हें ही ना फिसला दे। कहीं ये तुम्हें ही ना फिसला दे।
तुम चिल्ला चिल्ला कर ढूंढोगे मुझे, पर में कभी वापस नही आऊंगा। तुम चिल्ला चिल्ला कर ढूंढोगे मुझे, पर में कभी वापस नही आऊंगा।
मंज़िल खो गई जाना था कहाँ, कहीं और चले गए। मंज़िल खो गई जाना था कहाँ, कहीं और चले गए।